Telecommunication Jobs 2021 (दूरसंचार में 2021 तक 3000000 नौकरियां)

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We are providing you the details about Telecommunication Jobs through this page. Applications are invited from eligible applicants for filling up 30,00000 vacancies for the posts of various.


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Telecom Jobs For Freshers & Other

दूरसंचार क्षेत्र में दो हजार अठ्ठारह तक तीस लाख नौकरियों के अवसर पैदा होने जा रहे है। यह बात एक तजा रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को कही गई है। एसोचेम और KPMG द्वारा संयुक्त रुप से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक 4G तकनीक की शुरुआत और डाटा उपयोग में वृद्धि, बाजार में नई - नई कंपनियों के आगमन, डिजिटल वालेट के चलन तथा देशभर में बढ़ते स्मार्टफोन से इन नई नौकरियों के दरवाजे खुलेंगे।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नौकरियों की मांग को पूरा करने के लिए टेलीकॉम क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्तियो की मौजूदा संख्या और उनके पास मौजूद तकनीक कौशल पर्याप्त नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक 5G और M2M की उभरती तकनीक तथा सुचना और संचार तकनीक (ICT) में दूत गति से हो रहे विकास से दो हजार ग्यारह तक करीब आठ लाख सत्तर हजार लोगो को नौकरियां मिलने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र में अभी काम करने वाले लोगो में दक्षता की कमी को दूर करने की जरुरत है। इसके लिए एक इंफ्रा और साइबर सुरक्षा विशेषग, एप्लीकेशन डेवलपर्स, सेल्स एक्जीक्यूटिव्स, इंफ्रास्ट्रक्चर तकनीशियन, हैंडसेट तकनीशियन जैसे विविध भूमिकाओं में दक्ष श्रम बल की पहचान करने की जरुरत होगी। इसके साथ ही मौजूदा तकनीकों पर काम कर रहे पेशेवरों की दक्षता को बढ़ाना भी होगा, ताकि वे भविष्य की जरुरत के लिए तैयार हो सके।

उल्लेखनीय है की पिछले कुछ साल में दूरसंचार क्षेत्र का ग्राहक सदस्यता आधार पर सालाना उन्नीस पॉइंट छः फीसदी की दर से विस्तार हुआ है, जबकि इसी दौरान आय के नजरिये से सालाना सात पॉइंट जीरो सात फीसदी की रफ्तार से विकास हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है की दूरसंचार सेवा परदाताओ ने निरंतर अपने नेटवर्क में निवास किया है और अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकरण किया है। इन कंपनियों का पूंजीगत व्यय निवेश दो हजार सत्रह की पहली तिमाही में आठ सौ पचास अरब रुपय का था।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मलाईदार नोकरियो का चल रहा है दौर ->> कंपनियों में ऑटोमेशन के कारण दो हजार अठ्ठारह तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तथा मशीन लर्निंग विशेषज्ञो की मांग में साठ फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है। टेलेंट मैनेजमेंट साल्यूशंस प्रोवाइडर केलीओसीजी इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक फ्रांसिस पदमादन के मुताबिक, AI तथा मशीन एडॉप्शन में भले ही इजाफा हो रहा है, लेकिन डीप लर्निंग एंड न्यूट्रल नेटवकर्स जैसी तकनीकों में अनुभवी प्रतिभाओ की कमी है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पेशेवरों का वेतन बेहद आकर्षक है। इस क्षेत्र में दो से चार साल अनुभवी पेशेवर को सालाना पंद्रह से बीस लाख रुपये, चार से आठ साल अनुभवी पेशेवरों को सालाना बीस से पच्चीस लाख रुपये  तथा आठ से पंद्रह साल अनुभवी पेशेवरों को सालाना पचास लाख से एक करोड़  रुपये मिल जाते है। हालांकि, HR पेशेवरों का मानना है कि AI के कारण उनकी भूमिका व्यापक और अधिक रणनीतिक उत्पादकता प्रबंधन भूमिकाओं के रुप में विकसित होगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में चूंकि प्रतिभाओ की भरी कमी है, इसलिए जो नियोक्ता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑटोमेशन टूल्स को इस्तेमाल कर भर्ती प्रकिर्या में तेजी लाएंगे, वे भविष्य में प्रतिभाओ के लिए होने वाले संघर्ष में विजयी होंगे। आईटी, -कॉमर्स, बीएफएसआई, स्वास्थ्य देखभाल, रिटेल तथा विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में एआई तथा मशीन लर्निंग विशेषज्ञों की मांग बढ़ेगी।


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