सकारात्मक सोच बनाने के आसान तरीके

सकारात्मक सोच बनाने के आसान तरीके

आप सब ने नकारात्मक और सकारात्मक सोच के बारे में केवल ढेर सारे लेख ही पढ़े होंगे हीवं से संबंधित छोटी - मोटी, मोटी मोटी किताबे भी पढ़ी होगी। जब आप इन्हे पढ़ते है तो तुरंत रूप से आपको सारी बाते बहुत सही और प्रभावशाली मालूम पड़ती है और ये सच है। लेकिन कुछ ही समय बाद धीरे धीरे वे बाते दिमाग से खरच होने लगती है और हमारा सवभाव पहले की तरह ही हो जाता है। चले जानिए सकारात्मक सोच कैसे बनाये। यदि तुम हमेशा बुरी सोचेंगे तो आपके साथ हमेशा बुरा ही होगा और यदि आप हमेशा सही प्रकार से सोचते हैं तो आपके साथ सब कुछ सही प्रकार ही होगा. क्योंकि जैसी हमारी बुद्धि सोचती है हम भी वैसे ही करते हैं। हमारा मन ही हमे हर कार्य करने के लिए बताता है। जो भी हमारे मन में चलता है हम वही करते हैं, इसलिए सभी को अपनी सोच को हमेशा के लिए सकारात्मक बनाये रखना होगा लेकिन व्यक्ति हमेशा सकारात्मक सोचता रहे ऐसा भी नहीं हो सकता, अधिकतर ऐसा होता है की व्यक्ति सही बाते छोड़कर बुरी बातो पर ज्यादा ध्यान देते है, इसलिए अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक बनाये रखना बहुत मुश्किल होता है, पर नामुमकिन नहीं होता है।

सकारात्मक सोच बनाने के आसान तरीके

हमारी जिंदगी में हमारी अपनी एक सोच का होना बहुत ज़रूरी होता है। अगर हमारे अंदर एक सोच नहीं होती तो हम खुद से कुछ भी नहीं कर पाते हैं। इसलिए हर इंसान के पास एक अच्छी और सकारात्मक सोच का होना बहुत ज़रूरी है। लेकिन कुछ लोगो के पास ये सोच नहीं होती है ऐसे लोग हमेशा एक अजीब सी नकारात्मक के साथ जीते हैं। ऐसे लोगो को चाहिए की वो लोग अपनी एक सोच बना सके और वो सोच बिलकुल सकारात्मक सोच हो। आज हम अपने इस लेख के जरिये आप लोगो को ये बतायेगे की हम कैसे और किन किन तरीको को अपनाकर एक सकारात्मक सोच बना सकते हैं। बुरी सोच को अपने से दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है आपकी मनोवृत्ति जी हाँ, यदि आप अपने आप यह सोचते हैं की आपको नकारात्मक नहीं सोचना है तो आप कभी नहीं सोचेंगे क्योंकि जैसे आपके मन में सोच आती है वैसे ही आप करते हैं, ज्यादातर सभी से गलतियां होती रहती हैं और उन गलतियों को सुधारने के कारण हम नेगेटिव सोचना शुरू कर देते हैं, अपनी इस आदत को बदलिए और नेगेटिव की जगह पॉजिटिव सोचना शुरू करिये, फिर देखिये आपके साथ सब सकारात्मक ही होगा। यदि आप अपने आप यह सोचते हैं कि आपको हमेशा सकारात्मक सोचना हैं तो आप कर सकते हैं।


अगर आप अपनी सोच को सकारात्मक रूप में लाना चाहते है तो आप हमेशा और हर परिस्थिति में अपने आप पर नियंत्रण रखने का प्रयाश करे। हां ये सोच है की ये काम थोड़ा मुश्किल है और हर किसी के लिए इस काम को करना संभव भी नहीं होता लेकिन अगर आप लोग थोड़ा कोशिश करेंगे तो आप लोग इस काम को करने में ज़रूर सफल हो जायेंगे और जब आप लोग अपने आप नियंत्रण रखने में सफल हो जायेंगे तब आप लोग अपनी सोच को सकारात्मक रूप में बदलने में भी सफल हो जायेंगे।

अपने आप को हमेशा किसी किसी काम में व्यस्त रखिये ->> जब भी हम मुक्त रहते है या जब भी हमारे पास करने के लिए कोई काम नहीं रहता तब हमारे दिमाग में बिना वजह के बहुत सारी बाते उपजती रहती है। वो कहते है की खाली दिमांग शैतान का घर होता है। ऐसे में हमारी सोच में बहुत सारी नकरत्मक्ति जाती है। इसलिए अगर आप लोग अपनी सोच को सकारात्मक रूप में बदलना चाहते है तो आप लोग अपने आपको हमेश किसी ना किसी काम में व्यस्त रहे ताकि आप लोगो के दिमांग के अंदर दुनिया भर की बेकार की बाते प्रवेश कर सके और आप लोगो की सोच में नकारात्मकता ना सके।

लोगों की बात पर ज्यादा ध्यान ना दे ->> आपको अगर अपनी सोच को सकारात्मक बनाना है तो आप कभी भी लोगो की बातो पर ध्यान ना दे। ऐसा करके ही आप अपनी सोच को सकारात्मक रूप में बदलने में सफल हो पाएंगे।

आप पर निर्भर करते है परिणाम ->> अगर आपने अपना ध्यान सकारात्मक सोच पर केंद्रित कर लिया तो आपके दिमांग में केवल अच्छे विचार आएंगे।  यह स्थिति आते ही आपके काम पर भी इसका सकारात्मक रूप शुरू हो जाएंगे। एक बार आपके मन में सकारात्मक सोच शुरू हो जाये तब आप अपने आप में खुद ही बदलाव देखेंगे। और ये बदलाव आपके साथियो को भी नजर आने लगेगा।

नकारात्मक सोच से ऐसे बचे ->> सकारात्मक सोच अपने आप हमें सफलता की ओर खुद लेकर आती है। इंसाने मुलता सकारात्मक ही रहता है। इस असफलता का इंसान पर कई तरह से असर पड़ता है। वो भावनात्मक रूप से टूटता है, वही इन सभी का असर उसके व्यक्तित्व पर भी पड़ता है व्यक्तित्व पर असर लम्बे समय के लिए पड़ता और वो कई बार अवसाद में भी चलता जाता है।

ऐसी स्थिति से बाहर आने में बहुत लम्बा समय भी लग सकता है। नकारात्मकता से आखिर कैसे बचे ? क्योकि प्रोफ़ेसनल विश्व में हमें तरह तरह के लोगो से मिलना पड़ता है साथ ही अपने आपको इस प्रतियोगिता की पीढ़ी में आगे बनाये रखने के लिए भी तरह तरह के जतन करना पड़ता है। ऐसे में हम अपने आपको सकारात्मक बनाये रखने के लिए खुद ही कोशिश कर सकते है।


परिस्थितियों को पहचाने ->> अक्सर हमारे मन में कोई भी जरूरी काम या कोई बिज़नेस मुलाकात के पहले नकारात्मक विचार आते है। की अगर ऐसा हुआ तो? मेरा पहला प्रभाव गलत पड़ गया तो फिर क्या होगा? अगर मीटिंग सफल नहीं हुई तो? इस प्रकार के प्रश्न मन में ज़रूर आते है। इनसे पीछा छुड़ाने के लिए इन बातो का अभ्यास करे की आखिर ये सवाल कोन सी परिस्थितियों में पड़ते है। फिर इन मुसीबतों से छुटकारा पाने की कोशिश करे, सकारात्मक सोच बनाये रखे।

इन परिस्थितियों में संभलना सीखे ->> जिन परिस्थितियों में नकारात्मक विचार आते है, उनसे सही तरीके से सामना करना सीखे। इस बात की तरफ ध्यान दे की इन परिस्थितियों के दौरान आप पहले जैसी प्रतिक्रिया नहीं देंगे। और इस दौरान नियंत्रण होकर खुद से सफल होने के ही कामना खुद से करेंगे आप ऐसा करेंगे तो आप देखेंगे की जो नकारात्मक विचार रहे है वो धीरे धीरे सकारात्मक सोच में बदल जायेंगे।

खुद से तर्क करना सीखे ->> नकारात्मक का जवाब सकारात्मक सोच के अलावा कुछ भी नहीं हो सकता ये बात मन में बिठा ले इसके बाद जो भी नकारात्मक विचार मन में आये उसके साथ तर्क करना सीखे और वो भी सकारात्मकता के साथ। जिस प्रकार से नकारात्मक विचार लगातार आते रहते है ठीक उसी तरह से आप खुद से सकारात्मक विचार के लिए खुद को प्रेरित करे और अपनीओ कोशिश में सफलता हासिल करे


ऊपर दिए गए लेख को पढ़कर आप लोगो को ये पता चल चूका होगा की हम कैसे एक अपनी सकारात्मक सोच बनाने में कामयाब हो सकते है। तो अब से आप लोगो को अपनी सकारात्मक सोच बनाने को लेकर ज्यादा परेशान होने की ज़रुरत नहीं है क्योकि अब आप लोगो के पास हमारा खास और स्पेशल लेख और इस आर्टिकल में है कुछ दमदार विचार जिनको पढ़ने के बाद आप लोग ये समँझ गए है की अपनी सकारात्मक सोच को बनाना कैसे मुमकिन है।


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